भ्रष्टाचार: तथाकथित किसान से बुलेट राजा की यारी, लुटवा दी कृषि विभाग की सब्सिडी सारी

दो चार हज़ार का बीज सब्सिडी पर लेने के लिए गरीब किसानों की घिस गईं चप्पलें,

ईमानदार अफ़सर और बाबू बुलेट राजा के सजातीय किसान ने छह साल से प्रत्येक योजना में हड़प ली लाखों की सब्सिडी 

सजातीय अफसर ने आफिस में बैठकर कर दिया तथाकथित किसान की पात्रता का सत्यापन, 

कृषि विभाग के चर्चित बाबू बुलेट राजा ने शासन के नियमों को किनारे रखकर सजातीय किसान को कराया लाखों का फायदा


बरेली। दो चार बीघे जमीन पर खेती करने वाले गरीब किसानों को खाद बीज की मामूली सब्सिडी पाने के लिए कृषि विभाग के चक्कर काटते हुए चप्पलें घिस जाती हैं। वहीं कृषि विभाग के भ्रष्ट बाबू और अफसरों ने अपने सजातीय किसान को बीते छह साल में शासन के नियमों को किनारे रखकर 80 लाख रुपए से ज्यादा की सब्सिडी दे दी। अब यह सब मिलकर अपने भ्रष्ट कारनामों पर पर्दा डालने में लगे हैं।

बरेली जनपद की सदर तहसील के ब्लॉक क्यारा के गांव सिमरा बोरीपुर के तथाकथित चार सौ बीस किसान ने कृषि विभाग के सजातीय चर्चित बाबू बुलेट राजा, कुख्यात पहाड़ी बाबू, कृषि रक्षा इकाई के रिश्वतखोर बाबू और भूमि सरंक्षण विभाग के तथाकथित ईमानदार अफसर ( वर्तमान में इनके पास अनाधिकृत तरीके से कुल छह में से तीन तहसीलों के उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी का भी चार्ज है) से सांठगांठ करके बीते छह साल में फर्जी समूह के जरिए शासन के नियमों को किनारे रखते हुए 80 लाख रुपए से अधिक की सब्सिडी हड़प ली। सभी विभागों को मिलाकर सब्सिडी की यह धनराशि अधिक भी हो सकती है। इसे तथाकथित किसान ने कृषि विभाग की फॉर्म मिशनरी बैंक, कृषि यंत्रीकरण योजना, आत्मा योजना, एनएफएसएम, सीडीपी, परंपरागत कृषि योजना, कृषि रक्षा विभाग से कीटनाशक, उर्वरक, वरमी कम्पोस्ट, ट्राईकोडरमा, जिंक सल्फेट, उद्यान विभाग, मत्स्य विभाग, गन्ना विभाग और भूमि संरक्षण समेत अन्य कई विभागों में किसान हित मे संचालित प्रत्येक योजना की सब्सिडी संबंधित बाबू और महाभ्रष्ट अफसरों की सांठगांठ से बाकी किसानों का हक मारकर छह साल में रबी और खरीफ की हर सीजन में आने वाली फसलों के अलावा बीज और कीटनाशक की सब्सिडी का अनाधिकृत फायदा ले लिया। भूमि संरक्षण विभाग के तथाकथित ईमानदार अफसर और मृदा परीक्षण के चर्चित बाबू बुलेट राजा और पहाड़ी बाबू ने सजातीय किसान का परिवार और गांव वालों के कुछ नाम शामिल करके पहले फर्जी समूह बनवाया। फिर उस समूह के जरिए और व्यक्तिगत नाम से आधा दर्जन से अधिक विभागों से नियम कानूनों को दरकिनार कर सरकारी योजनाओं की सब्सिडी दिलाई। यह तथाकथित किसान सरकारी सब्सिडी की लाखों की रकम पर हर साल अपने हाथ साफ करता रहा। भूमि संरक्षण विभाग के ईमानदार अफसर और बाबू बुलेट राजा इस किसान को विभिन्न योजनाओं में बेईमानी और घपले के तरीके बताकर सरकारी धन लुटवाते रहे। अफसरों और बाबुओं ने बेशर्मी की सारी हदें तब पार कर दी, जब किसानों के हित मे पूरा जीवन न्यौछावर करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह के जन्म दिवस पर इस फर्जी किसान को बुलाकर सम्मानित भी करवा दिया गया। कृषि विभाग में मृदा परीक्षण पटल के चर्चित बाबू बुलेट राजा, कृषि विभाग के घूसखोर पहाड़ी बाबू और भूमि संरक्षण विभाग के तथाकथित ईमानदार अफसर (जो किसान यूनियन की नजर में महाभ्रष्ट हैं लेकिन खुद को सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र से भी ज्यादा ईमानदार कहते हैं) की बेतहाशा मेहरबानी से यह तथाकथित किसान पहले भी किसान दिवस पर सम्मानित होकर वह सरकारी प्रमाण पत्र भी लेता रहा, जिसके हकदार असली किसान थे। फिलहाल इस तथाकथित किसान को कृषि, भूमि संरक्षण, मृदा परीक्षण के चर्चित बाबू और अफसरों ने लाखों की सरकारी सब्सिडी दिलाकर मालामाल कर दिया ।
तथाकथित किसान द्वारा सब्सिडी की पहली सूची-
01-धान बीज 1033
02- धान बुबाई 812
03-ज़िंक सेल्फट 330
04-कृषि रक्षा कैटप 61
05-इतहाइल कृषि रक्षा 379
06-गेहूं बीज सब्सिडी -3350
07-फार्म मशीनरी बैंक 800000
08- उर्वरक -3000
09-वर्मी कम्पोस्ट 6000
10-बायो पेस्टिसाइड 800
11-लेजर एंड लेबलर कृषि यन्त्र -160000
12-धान बीज 500
13-सरसो बीज 650
14-सरसो प्रदर्शन 2000
15-रसायन 477
16-कीट नाशक 75
17- कीटनाशक 34
18- बायोपेस्टिसाइड 75
19- परंपरागत खेती प्रदर्शन 2000
20- परंपरागत खेती प्रदर्शन 1000
21- परंपरागत खेती प्रदर्शन 1000
22- 1500
23- परंपरागत खेती प्रदर्शन -1000
24- परंपरागत खेती-1500
25-सरसो का प्रदर्शन 2000
  पहली सूची की सब्सिडी की धनराशि 9 लाख 89 हज़ार 76 रूपये है। नोट -यह तथाकथित किसान की कृषि और कृषि रक्षा विभाग से मिलने वाली सब्सिडी की पहली सूची हैं। अन्य विभागों से शासन के नियमों को दरकिनार कर मिलने वाली सब्सिडी की दूसरी, तीसरी और अन्य सूचियों का प्रकाशन समाचार के अगले अंकों में होगा।
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