क्षमता के प्रतीक के रूप में मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय व्हीलचेयर दिवस

New Delhi: क्षमताओं की सीमा नहीं होती है। क्षमताएं दिव्यांगता की सीमा के परे होती हैं। दिव्यांगजनों के जीवन में क्षमता, समर्थता के प्रतीक चिन्ह के रूप में होता है व्हील चेयर। गतिशील दिव्यांगता से बाधित लोगों के जीवन को सुगम और समर्थ बनाने का काम करने वाले व्हील चेयर को समर्पित 1 मार्च का दिन अंतर्राष्ट्रीय व्हीलचेयर दिवस के रूप में मनाया जाता है।

 

अंतर्राष्ट्रीय व्हीलचेयर दिवस के अवसर पर दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के अंतर्गत कानपुर स्थित संस्थान एलिम्को द्वारा इस दिवस को मनाया गया। इस अवसर पर एलिम्कों के विभिन्न केंद्रों पर एडिप योजनाओं के लाभार्थियों को व्हीलचेयर प्रदान की गई। कार्यक्रम के दौरान व्हील चेयर उपयोगकर्ताओं और उनके परिचारकों के लिए व्हील चेयर का उपयोग से संबंधित प्रशिक्षण सत्र भी आयोजित किया गया।

 

राष्ट्रीय बौद्धिक दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान, सिंकदराबाद द्वारा अंतर्राष्ट्रीय व्हीलचेयर दिवस के अवसर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम और विभिन्न प्रकार की व्हीलचेयरों का व्यावहारिक प्रदर्शन किया गया। समग्र क्षेत्रीय केंद्र दावणगेरे द्वारा अंतर्राष्ट्रीय व्हीलचेयर दिवस के अवसर पर व्हीलचेयर उपयोगकर्ताओं और आम नागरिकों के लिए एक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया और दिव्यांग व्यक्तियों को सहयोगी उपकरण प्रदान किया गया।

 

समग्र क्षेत्रीय केंद्र त्रिपुरा द्वारा अंतर्राष्ट्रीय व्हील चेयर दिवस के अवसर पर नरसिंहगढ़ हायर सेकेंडरी स्कूल में लोकोमोटर दिव्यांग लोगों के लिए 100 मीटर की व्हील चेयर रेस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। समग्र क्षेत्रीय केंद्र (सीआरसी) नेल्लोर अंतर्राष्ट्रीय व्हीलचेयर दिवस पर जागरुकता रैली के साथ ही लाभार्थियों के लिए खेलकूद गतिविधियां आयोजित किया गया।

अंतर्राष्ट्रीय व्हीलचेयर दिवस के अवसर पर दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के अंतर्गत सभी राष्ट्रीय संस्थानों और समग्र क्षेत्रीय केंद्रों द्वारा जागरुकता कार्यक्रम किए गए।

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