पूर्व प्रधान के बेटे ने कानपुर में जहरीला पदार्थ खाकर की आत्महत्या

23 Views
बदायूं/कानपुर। हॉस्टल में रहकर नीट की तैयारी कर रहे पूर्व प्रधान के बेटे ने फंदा लगाकर जान दे दी। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट मिला है। जिसमें सट्टे में रुपये आने की वजह से आत्महत्या करने की बात लिखी है। शुक्रवार दोपहर लगभग चार बजे कानपुर पुलिस ने छात्र के परिजनों को सूचना दी तो परिवार में चीत्कार मच गया। परिजन कानपुर के लिए रवाना हो गए। पूर्व प्रधान के बेटे की मौत पर गांव में सन्नाटा पसरा है।
थाना वजीरगंज क्षेत्र के गांव रूपपुरा निवासी लालता प्रसाद खेतीबाड़ी करते हैं। साथ ही वह राजनीति में सक्रिय हैं। उनकी पत्नी अनार कली गांव की प्रधान रह चुकी हैं। पिछले चुनाव में ही वह हारी थीं। लालता प्रसाद लोगों के सुखदुख में हमेशा तैयार रहते हैं। उनके दो बेटे और एक बेटी है।
तकरीबन दो साल पहले बेटी की शादी कर दी थी। बड़ा बेटा निर्दोष प्रयागराज में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रहा है जबकि छोटा बेटा नवनीत शाक्य (19) कानपुर की कोचिंग में नीट की तैयारी कर रहा था। कानपुर के थाना काकादेव क्षेत्र के हॉस्टल में रहता था। नवनीत शाक्य पढ़ने में होशियार था और मिलनसार भी था। वह रोज अपने परिजनों को फोन करके वहां की गतिविधि बताता था। शुक्रवार दोपहर उसने अपने कमरे में फंदा लगाकर जान दे दी। साथ ही एक सुसाइड नोट छोड़ा। जिसमें लिखा था कि वह ऑनलाइन सट्टे में 500 रुपये हार गया है। उसपर दोस्तों का नौ हजार रुपये कर्ज हो गया है। दोस्तों ने कर्ज चुका दिया है लेकिन वह इसकी वजह से बहुत परेशान है। लिखा कि मम्मी-पापा मुझे माफ कर देना। मौत के बाद उसके दोस्तों का पैसा वापस कर देना। माफ करना मैं एमबीबीएस नहीं कर पाया। पुलिस मौके पर पहुंची और नवनीत शाक्य के पिता लालता प्रसाद को फोन करके सूचना दी।
लालता प्रसाद के पैरों तले जमीन खिसक गई। उन्हें भरोसा नहीं हुआ। उन्होंने अपनी पत्नी अनार कली को बताया तो वह चीत्कार करने लगीं। परिजन घर पर ताला डालकर कानपुर रवाना हो गए। ग्रामीणों ने बताया कि नवनीत शाक्य को कभी सट्टे की लत नहीं थी पता नहीं कानपुर जाकर कैसे इन चीजों में फंस गया। गांव के मुअज्जिज और पूर्व प्रधान होने के चलते गांव में सन्नाटा पसरा रहा।
Share News