सरकारी बता कर प्रधान ने कटवा दिए किसान के खेत में खड़े पेड़

विजय नगला बदायूं : ग्राम प्रधान ने किसान के खेत में खड़े हरे पेड़ सरकारी जमीन होने का दावा करते हुए कटवा दिए। जिसकी शिकायत पीड़ित द्वारा पुलिस के साथ डीएम की है।
किसान ज्ञानेंद्र सिंह नरेंद्र सिंह रविंद्र सिंह ने बताया कि गांव में जल जीवन मिशन के तहत पानी की टंकी बनने के लिए सरकारी जगह को चिन्हित किया गया था। जिसका गाटा संख्या 505 है। उनका कहना है कि  गाटा संख्या 502 जमीन के मेड के पास है। कहा कि उनके बुजुर्गों ने अपने निजी खेत की मेड पर 30 वर्ष पूर्व पेड़ लगाए थे।
किसानों ने  ब्लॉक जगत क्षेत्र की ग्राम पंचायत आमगांव के प्रधान पर आरोप लगाते प्रधान ने लेखपाल से सांठगांठ  करके पेड़ों को सरकारी पेड़ बता औने-पौने दामों में नीलाम कर दिया। पेड़ों के कटान के लिए उनके द्वारा खुली बैठक भी नहीं कराई गई।
किसानों का आरोप है कि 16 जनवरी को  ठेकेदार अपनी लेबर और ट्राली लेकर खेत पर पहुंच गया। उसके द्वारा पेड़ों का काटना शुरू कर दिया। ठेकेदार द्वारा पेड़ काटने की सूचना गांव निवासी एक व्यक्ति द्वारा दी गई। किसानों का कहना है कि जब तक वह खेत पर पहुंचे तब तक ठेकेदार के द्वारा लगभग सात पेड़ काट दिए गए थे।0 किसानों ने 112 नंबर पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पेड़ों के कटान को रुकवाया। इसके बाद पीड़ितों ने  जिलाधिकारी से शिकायत कर दोषियों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई की मांग की है। उक्त संबंध में ग्राम प्रधान से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उनका फोन रिसीव नहीं हुआ। वहीं वन दरोगा  राजेंद्र प्रसाद ने बताया की तहसील से एक लेटर प्राप्त हुआ था। जिसमें उक्त पेड़ों को ग्राम समाज की भूमि में दर्शाया गया था। इस आधार पर पेड़ों का मूल्यांकन कर दिया गया।
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