बरेली। अन्तर्राष्ट्रीय कायस्थ परिवार के तत्वावधान में भारत के प्रथम राष्ट्रपति एवं भारत रत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद जी की 141वीं जयंती बरेली सिटी शमशान भूमि पर पौधारोपण एवं विचार गोष्ठी आयोजित कर मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उपमेन्द्र सक्सेना एडवोकेट ने की। कार्यक्रम का शुभारंभ भारत रत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद जी के चित्र पर माल्यार्पण से किया गया।
सभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उपमेन्द्र सक्सेना एडवोकेट ने कहा कि डॉ. राजेंद्र प्रसाद जी एक सच्चे देशभक्त और महान नेता थे, जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता और विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके लिए उन्हें दो बार जेल भी जाना पड़ा। वह भारत की संविधान सभा के अध्यक्ष रहे। वर्ष 1960 में, अपने राष्ट्रपति पद के द्वितीय कार्यकाल में बरेली सिटी शमशान भूमि में उन्होंने चंदन का पेड़ लगाया था, जो संरक्षण के अभाव में चोरी हो गया था। उन्हीं से प्रेरणा लेकर आज उनकी जयंती पर हम बेल, नीम, आम, जामुन एवं अमरूद आदि के पौधे लगाकर श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलने का संकल्प लेते हैं। सुनील सक्सेना ने कहा कि डॉ. राजेंद्र प्रसाद जी सादगी और शालीनता की मिसाल थे। नई पीढ़ी को उनके जीवन से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष ऋषिकेश कुणाल सिंहा की संस्तुति पर प्रदेश उपाध्यक्ष योगेश जौहरी द्वारा संगठन और समाज को मजबूत करने का आह्वान करते हुए अतुल सक्सेना को अन्तर्राष्ट्रीय कायस्थ परिवार, बरेली महानगर अध्यक्ष मनोनीत किया गया। कार्यक्रम में प्रदेश उपाध्यक्ष योगेश जौहरी, अतुल सक्सेना, सुनील सक्सेना, पूर्व पार्षद महेश पंडित, विनीत सक्सेना, राकेश सक्सेना, आदेश कुमार सैनी, पारस, शंकर स्वरूप सक्सेना, संजय सक्सेना, विपिन कुमार आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन श्री जगदीश निमिष ने किया।
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