गाजियाबाद। भारत के घरेलू ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस फ्लिपकार्ट ने आज राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के साथ मिलकर वाराणसी में ओरिएंटेशन वर्कशॉप का आयोजन किया। इस कार्यशाला का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं एवं स्वयं सहायता समूहों को फ्लिपकार्ट मार्केटप्लेस पर कदम रखने, अपने उत्पादों को लिस्ट करने और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर अपना कारोबार बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण जानकारी, समझ एवं जरूरी टूल्स प्रदान करते हुए सशक्त करना था। इस कार्यशाला के दौरान मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) वाराणसी हिमांशु नागपाल (आईएएस), एनआरएलएम, फ्लिपकार्ट के वरिष्ठ पदाधिकारी एवं अन्य सरकारी अधिकारी उपस्थित रहे।
एनआरएलएम के साथ साझेदारी में आयोजित कार्यशाला को लेकर फ्लिपकार्ट ग्रुप के चीफ कॉरपोरेट अफेयर्स ऑफिसर रजनीश कुमार ने कहा, फ्लिपकार्ट समर्थ ने पूरे देश में 18 लाख से ज्यादा आजीविकाओं पर सकारात्मक प्रभाव डाला है और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के माध्यम से विकास के नए अवसर प्रदान करते हुए स्थानीय कारीगरों और ग्रामीण महिला उद्यमियों को समर्थन देने में अहम भूमिका निभा रहा है। हम पूरे भारत में इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करते हुए और आजीविका के नए अवसर सृजित करते हुए देशभर के कारीगरों, एमएसएमई, एसएचजी, महिलाओं द्वारा संचालित उद्यमों और शिल्पकारों की आजीविका को बेहतर करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। विशेष रूप से ग्रामीण महिलाओं और स्वयं सहायता समूहों को लक्ष्य करते हुए वाराणसी में आयोजित कार्यशाला को मिली सकारात्मक प्रतिक्रिया से हम बहुत खुश हैं। हम उत्तर प्रदेश एवं पूरे देश में एमएसएमई के लिए ज्यादा अवसर सृजित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। फ्लिपकार्ट समर्थ के माध्यम से हमारा लक्ष्य उन्हें जरूरी जानकारी, टूल्स एवं राष्ट्रीय स्तर परबाजार तक पहुंच प्रदान करना है, जिससे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर उनका कारोबार आगे बढ़ाने में मदद मिले। वाराणसी जिले (उत्तर प्रदेश) में आयोजित कार्यशाला को वाराणसी जिला प्रशासन से पूरा सहयोग मिला। साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार से फ्लिपकार्ट की सतत साझेदारी से भी इसे समर्थन मिला। इस कार्यशाला का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं, स्वयं सहायता समूहों, सूक्ष्म एवं लघु उद्यमों को स्वरोजगार एवं उद्यमिता की क्षमता के साथ सशक्त करना था। ग्रामीण महिलाओं और स्वयं सहायता समूहों पर ध्यान केंद्रित करते हुए उन्हें फ्लिपकार्ट मार्केटप्लेस की ऑफरिंग्स के बारे में व्यापक जानकारी प्रदान की गई।
कार्यशाला का लक्ष्य उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर बड़े बाजार तक पहुंच प्रदान करना था, जिससे उनका कारोबार बढ़े। एनआरएलएम के साथ साझेदारी में आयोजित इस कार्यशाला में वाराणसी जिले की 60 से ज्यादा ग्रामीण महिला उद्यमियों, सू्क्ष्म उद्यमों और महिलाओं द्वारा संचालित स्वयं सहायता समूहों ने हिस्सा लिया। स्वयं सहायता समूहों ने सॉफ्ट टॉय, अचार, हाथ से बने दीये, पापड़, चटनी, सिल्क साड़ी, डिटर्जेंट पाउडर, साबुन, अगरबत्ती, पेपर प्लेट, जूट बैग और मसालों समेत कई तरह के उत्पाद प्रदर्शित किए।
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