शायद…टांग में गोली के डर ने भगाया दिल्ली की और…..
मेरठ। शहर में मस्जिद के अंदर घुसकर ऑनलाइन उर्दू पढ़ा रहे मौलाना को गोली मारने का आरोपी सरताज़ दिल्ली में गाज़ीपुर थाना इलाके की पुलिस द्वारा तमंचे के साथ अरेस्ट करके जेल भेजा गया। सरताज़ ने सरेंडर किया या सेटिंग का खेल? हालांकि मेरठ पुलिस सरताज़ को पकड़ने के लिए दबिश देती रही मगर दिल्ली पुलिस ने उसे तमंचे के साथ पकडे जाने की सूचना दी।
दरअसल, मुरलीपुर निवासी मौलाना नईम लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के शहजाद कॉलोनी स्थित कासमी मस्जिद में इमाम हैं। शनिवार रात को एक मंदबुद्धि युवक, जिसका नाम सरताज है वह उपचार के लिए मौलाना के पास आया था। सरताज ने याददाश्त कमजोर होने पर उपचार पूछा। आरोप है कि मौलाना ने इलाज करने से मना कर दिया। मौलाना ने सरताज को डॉक्टर के पास जाने को कहा तो सरताज मौलाना को धमकी देने लगा। मौलाना ने उसे समझाबुझा कर घर भेज दिया।
इसके बाद रविवार सुबह मौलाना नईम कासमी मस्जिद में बच्चों की ऑनलाइन क्लास ले रहे थे। आरोप है कि सरताज तमंचा लेकर मस्जिद के अंदर घुस आया और मौलाना के सिर पर गोली मार दी। गोली लगने के बाद मौलाना जमीन पर गिर गए। गोली की आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़े तो सरताज तमंचा वहीं फेंक कर फरार हो गया। आसपास के लोगों ने मौलाना को अस्पताल में भर्ती कराया। जानकारी के अनुसार मौलाना को गोली मारने की ये वजह भी सामने आई कि नमाज़ के दौरान मौलाना नईम ने उसे सही टोपी लगाकर आने की सलाह दी थी.. इस बात को उसने अपना अपमान माना और यह कांड कर दिया। सूचना पर मौके पर मेरठ पुलिस भी पहुंच गई। सरताज दिल्ली में गाज़ीपुर थाना इलाके की पुलिस द्वारा तमंचे के साथ अरेस्ट करके जेल भेजा गया।
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