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बागपत। मुजफ्फरपुर पोइस गांव की कोमल की हत्या उसके मां, बाप और भाई ने सोने चांदी के जेवर को लेकर जाने के विवाद में की थी। उसकी हत्या करके शव एक दिन तक घर में रखा और अगले दिन मौका देखकर जला दिया। दरअसल, कोमल की शादी मोदीनगर में हुई थी। मगर वह हरियाणा के किसी और युवक से रिलेशन में थी। पति का घर छोड़ने की वजह से परिवार बदनाम हो रहा था। ऐसे में पिता व भाई ने माँ संग मिलकर बेटी का काम तमाम कर दिया।
बुढेड़ा गांव में गढ़ी चोपड़ा मार्ग पर किसान ज्ञानेंद्र के खेत में बिटौड़े में रविवार की रात एक अज्ञात युवती का शव जलता हुआ मिला था। जिसकी शनाख्त मुजफ्फरपुर पोइस गांव की कोमल (23) के रूप में हुई। जो बहालगढ़ की निजी कंपनी में नौकरी करती थी। इस मामले में एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने बताया कि ससुराल में विवाद होने के बाद कोमल ने अपने सोने चांदी के जेवर मायके में रख दिए थे। अब कुछ दिन पहले कोमल के भाई रवि की शादी तय हो गई और घर में रखे कोमल के जेवर शादी में प्रयोग करने की तैयारी में जुटे हुए थे। जबकि कोमल नरेला के युवक के साथ शादी कर जेवर अपने साथ ले जाना चाहती थी। शनिवार को कोमल बहालगढ़ से आई तो रात में मायके वालों के साथ जेवर को लेकर विवाद हो गया। जिसमें पिता लख्मी, भाई रवि और मां उर्मिला ने गला दबाकर कोमल की हत्या कर दी और शव को घर में ही छिपा दिया। अगले दिन मारुति की एजेंसी पर काम करने वाला रवि एक व्यक्ति की कार और इंजन ऑयल लेकर आया। कार में कोमल का शव ले जाकर बुढेड़ा के जंगल में बिटौड़े में जलाकर घर आ गए।
देखें वीडियो : https://youtu.be/sOnTT0OZrrs?si=eFA6-_gOaFbQLu6R
महिला के अज्ञात शव की शनाख्त के लिए भटक रही पुलिस को बिटौड़े की राख में गले का लॉकेट मिल गया। पुलिस ने जांच की तो लॉकेट पर एक नंबर दर्ज मिला। जो बरनावा के डेरा सच्चा सौदा से कई साल पहले अनुयायियों को दिए गए थे। इसके बाद आश्रम में जांच करने पहुंची पुलिस ने रिकाॅर्ड चेक किया और उसकी शनाख्त की। इसके बाद पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि कोमल घर आई जरूर थी, लेकिन जाते हुए किसी ने नहीं देखा। जिस पर पुलिस का शक गहरा गया और परिजनों से सख्ती से पूछताछ की तो खुलासा हो गया। एसपी ने बताया कि 28 सितंबर की रात में कोमल की हत्या कर दी गई, लेकिन शव को ठिकाने नहीं लगा सके। जिसके बाद शव कमरे में बंद कर रख दिया गया और मां उर्मिला बरामदे में चारपाई डालकर रखवाली के लिए बैठ गई। उस दौरान घर में जो भी आया, उससे बरामदे में ही बातचीत कर वापस भेज दिया। हत्या के बाद घर में खाना बनाकर भी खाया गया।
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