कार्यक्रम की शोभा मशहूर कव्वाल अनीस साबरी ने बढ़ाई, जिन्होंने अपनी मधुर सूफियाना गायकी से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। “भर दो झोली मेरी” और “दमादम मस्त कलंदर” जैसे उनके लोकप्रिय कलामों पर श्रोताओं ने खूब तालियां बजाईं और भाव-विभोर होकर साथ गुनगुनाया।
आयोजनकर्ता डॉ. अनीस बेग ने इस अवसर पर कहा, “हमारा मकसद समाज में प्रेम और एकता का संदेश फैलाना है। जब हम सब मिलकर त्यौहार मनाते हैं, तो यह न सिर्फ आपसी भाईचारा बढ़ाता है, बल्कि समाज को भी मजबूती देता है। इंसानियत ही हमारा पहला धर्म है।”
कार्यक्रम में डॉ. विनोद पागरानी, ज्ञानी जी, भोजीपुरा विधायक शहजिल इस्लाम, सरदार बिट्टू, जिला अध्यक्ष सपा शिवचरन कश्यप, पूर्व जिलाध्यक्ष अगम मौर्य, महानगर अध्यक्ष शमीम खान सुल्तानी, अरविंद यादव, शुभलेश यादव, नेहा यादव, रविंद्र यादव, पूर्व विधायक विजयपाल सिंह, साजिद भाई, अमरप्रीत सिंह, रोहित राजपूत, स्मिता यादव, आदेश प्रताप सिंह, शान्ती सिंह राष्ट्रीय सचिव सपा महिला सभा, कासिम सहित कई प्रमुख हस्तियां और समाज के वरिष्ठ लोग उपस्थित रहे। वक्ताओं ने इसे समय की जरूरत बताते हुए कहा कि ऐसे आयोजन विभिन्न समुदायों के बीच समझ और सहयोग को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ-साथ ईद और होली के पारंपरिक व्यंजनों, मिठाइयों, फलों और इत्र का वितरण भी किया गया, जिसने इस आयोजन को और यादगार बना दिया। इस सम्मेलन ने बरेली की गंगा-जमुनी तहज़ीब को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया और यह संदेश दिया कि यह शहर आज भी प्रेम और भाईचारे की मिसाल है।
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