उप मुख्यमंत्री/ स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने दिए जांच के आदेश
उन्नाव। नवाबगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में तैनात स्टाफ नर्स पुष्पा देवी का रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। इस मामले में उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने तत्काल संज्ञान लेते हुए तीन सदस्यीय जांच समिति गठित करने के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि तीन दिन के भीतर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।
वीडियो में साफ दिख रहा है कि नर्स मरीजों से डिलीवरी और इंजेक्शन लगाने के नाम पर अवैध वसूली कर रही थी। सरकार द्वारा नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवाएं और दवाएं उपलब्ध कराए जाने के बावजूद पैसे वसूलने की इस घटना ने स्वास्थ्य विभाग की छवि पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
कैसे सामने आया मामला?
नवाबगंज सीएचसी में कार्यरत स्टाफ नर्स पुष्पा देवी पर आरोप है कि वह डिलीवरी और इंजेक्शन लगाने के नाम पर मरीजों से रुपये वसूल रही थी। इस घटना का वीडियो किसी व्यक्ति ने रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो में नर्स को मरीजों से रिश्वत लेते हुए स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।
वीडियो वायरल होने के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया। स्वास्थ्य सेवाओं में भ्रष्टाचार को लेकर लोग कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्री का संज्ञान और कार्रवाई
स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने मामले का संज्ञान लेते हुए तीन सदस्यीय जांच समिति गठित करने के आदेश दिए हैं। मंत्री ने निर्देश दिया है कि मामले की पारदर्शी जांच कर तीन दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपी जाए।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा,
“स्वास्थ्य विभाग की छवि को धूमिल करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।”
तत्काल कार्रवाई के तहत आरोपी नर्स पुष्पा देवी को सीएचसी नवाबगंज से हटाकर सीएचसी मौरावां में स्थानांतरित कर दिया गया है।
तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन
स्वास्थ्य मंत्री ने अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, उन्नाव की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच समिति गठित करने के आदेश दिए हैं।
समिति के कार्य:
- मामले की गहन जांच कर तथ्यात्मक रिपोर्ट प्रस्तुत करना।
- स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी सहित अन्य कर्मचारियों की संलिप्तता की जांच करना।
- रिश्वत कांड के पीछे की पूरी सच्चाई को उजागर करना।
सीएमओ ने मांगा स्पष्टीकरण
उन्नाव के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) ने मामले में नवाबगंज सीएचसी के प्रभारी डॉ. राजेश से स्पष्टीकरण मांगा है। सीएमओ ने कहा कि यदि नर्स के अलावा कोई अन्य कर्मचारी दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
सीएचसी प्रभारी डॉ. राजेश ने बताया,
“मामले की सूचना मिलते ही आरोपी नर्स से स्पष्टीकरण मांगा गया है। जांच के निष्कर्ष आने के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
स्थानीय लोगों में आक्रोश
इस घटना के सामने आने के बाद स्थानीय लोग और मरीजों के परिजन बेहद नाराज हैं। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग में फैले भ्रष्टाचार पर सवाल उठाए हैं।
लोगों का कहना है कि सरकार द्वारा गरीबों को नि:शुल्क चिकित्सा सुविधा देने की योजना है, लेकिन कुछ लोग इस पर पानी फेरने का काम कर रहे हैं।
आगे की राह
- तीन दिन में जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
- अगर स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी या अन्य कर्मचारी दोषी पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
- सरकार ने स्पष्ट किया है कि इस तरह के मामलों में कोई भी रियायत नहीं दी जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग पर लगे इस दाग को हटाने के लिए अब सबकी निगाहें जांच रिपोर्ट और उसके बाद की सरकारी कार्रवाई पर टिकी हैं।
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