मेरठ। सोमवार को हुए एक धरना प्रदर्शन के दौरान अपर जिलाधिकारी (ADM) के साथ कथित धक्का-मुक्की और अभद्रता का मामला सामने आया है। इस घटना के बाद पुलिस ने समाजवादी पार्टी (सपा) के जिलाध्यक्ष विपिन चौधरी समेत 53 कार्यकर्ताओं पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि प्रदर्शनकारियों की पहचान वीडियो फुटेज के आधार पर की जा रही है और जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी।
क्या है पूरा मामला?
घटना सोमवार को मेरठ के कलेक्ट्रेट परिसर में हुई, जब समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने एक दलित की बारात पर हुए हमले के विरोध में धरना प्रदर्शन किया था। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच तनातनी हो गई। आरोप है कि इस दौरान सपा कार्यकर्ताओं ने ADM के साथ धक्का-मुक्की की और अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले में सपा जिलाध्यक्ष विपिन चौधरी समेत 53 कार्यकर्ताओं के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, धरना प्रदर्शन के दौरान हुई घटना के वीडियो फुटेज की जांच की जा रही है और जिन लोगों की पहचान होगी, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
प्रदर्शन का कारण
यह धरना एक दलित की बारात पर हुए हमले के विरोध में किया गया था। सपा कार्यकर्ताओं का आरोप है कि दलितों के साथ अन्याय हो रहा है और प्रशासन इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं कर रहा। इसी के विरोध में पार्टी के नेता और कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे थे, जहां हंगामे के हालात बन गए।
सपा की प्रतिक्रिया
सपा नेताओं का कहना है कि यह मामला पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है और प्रशासन सरकार के इशारे पर विपक्षी दलों की आवाज दबाने की कोशिश कर रहा है। सपा जिलाध्यक्ष विपिन चौधरी ने कहा, “हम शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन प्रशासन ने हमें उकसाने की कोशिश की। यह कार्रवाई लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है।”
प्रशासन का बयान
प्रशासन का कहना है कि किसी भी सरकारी अधिकारी के साथ अभद्रता और धक्का-मुक्की को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में कोई भी कानून हाथ में लेने की हिम्मत न करे।
अगले कदम
पुलिस वीडियो फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान कर रही है।
जल्द ही गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
प्रशासन मामले में सख्ती बरतने के मूड में है।
सपा कार्यकर्ता इस मामले को लेकर आगे आंदोलन करने की तैयारी में हैं।
यह मामला अब सियासी रंग ले चुका है और आने वाले दिनों में इसे लेकर और तनाव बढ़ सकता है।
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