नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार में मंगलवार को भी गिरावट जारी रही। कारोबारी सप्ताह के दूसरे दिन सेंसेक्स और निफ्टी दिनभर के उतार-चढ़ाव के बाद नुकसान के साथ ही बंद हुए। वैश्विक बाजारों से मिले कमजोर संकेतों, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की बिकवाली और शुल्क युद्ध (टैरिफ वॉर) को लेकर बढ़ती चिंताओं का असर घरेलू बाजार पर भी पड़ा।
बीएसई सेंसेक्स 96.01 अंक (0.13%) गिरकर 72,989.93 पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 36.65 अंक (0.17%) गिरकर 22,082.65 पर आ गया। दिन की शुरुआत में सेंसेक्स 300 से अधिक अंकों की गिरावट के साथ खुला था और कारोबार के दौरान यह 452.4 अंक तक गिर गया था। हालांकि, बाद में कुछ रिकवरी हुई, लेकिन बाजार लाल निशान को पार नहीं कर सका।
वैश्विक कारकों से बाजार पर दबाव
शेयर बाजार में गिरावट के पीछे कई वैश्विक और घरेलू कारण नजर आ रहे हैं:
1. विदेशी निवेशकों की बिकवाली: सोमवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने 4,788.29 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जिससे बाजार पर दबाव बना रहा।
2. वैश्विक बाजारों में गिरावट: अमेरिकी, यूरोपीय और एशियाई बाजारों में कमजोरी देखने को मिली। इससे भारतीय बाजार में भी नकारात्मक प्रभाव पड़ा।
3. टैरिफ वॉर की चिंता: वैश्विक स्तर पर शुल्क युद्ध की आशंका बढ़ रही है, जिससे निवेशकों की धारणा प्रभावित हो रही है।
4. कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट: ब्रेंट क्रूड 1.37% गिरकर 70.64 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया, जिससे बाजार में अस्थिरता बनी हुई है।
सेंसेक्स के 18 शेयरों में गिरावट, 12 में बढ़त
सेंसेक्स के 30 में से 18 शेयरों में गिरावट देखने को मिली, जबकि 12 शेयरों में बढ़त रही।
गिरावट वाले प्रमुख शेयर:
बजाज फिनसर्व
एचसीएल टेक्नोलॉजीज
नेस्ले इंडिया
एशियन पेंट्स
भारती एयरटेल
सन फार्मा
इन्फोसिस
मारुति सुजुकी इंडिया
टाइटन
हिंदुस्तान यूनिलीवर
रिलायंस इंडस्ट्रीज
बढ़त वाले प्रमुख शेयर:
भारतीय स्टेट बैंक (SBI)
जोमैटो
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS)
अदाणी पोर्ट्स
पावर ग्रिड
टाटा स्टील
एचडीएफसी बैंक
अन्य बाजारों का हाल
एशियाई बाजारों में मिला-जुला प्रदर्शन रहा:
जापान का निक्की, हांगकांग का हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान में रहे।
चीन का शंघाई कम्पोजिट सूचकांक बढ़त के साथ बंद हुआ।
यूरोपीय बाजारों में भी गिरावट:
दोपहर के कारोबार में यूरोप के शेयर बाजारों में भी गिरावट का रुख देखने को मिला।
अमेरिकी बाजार भी लाल निशान पर:
सोमवार को अमेरिकी बाजार नुकसान में रहे, जिससे भारतीय बाजारों पर भी असर पड़ा।
क्या करें निवेशक?
लॉन्ग टर्म निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन बाजार में अस्थिरता को देखते हुए सतर्क रहना जरूरी है।
शॉर्ट टर्म निवेशक स्टॉप लॉस लगाकर निवेश करें, ताकि अचानक गिरावट से बड़ा नुकसान न हो।
फंडामेंटली मजबूत कंपनियों के शेयरों पर फोकस करें, क्योंकि बाजार में गिरावट के बाद अच्छे स्टॉक्स सस्ते मिल सकते हैं।
वैश्विक बाजारों पर नजर रखें, क्योंकि विदेशी कारकों का भारतीय बाजार पर सीधा प्रभाव पड़ता है।
निष्कर्ष
भारतीय शेयर बाजार में मंगलवार को गिरावट का दौर जारी रहा। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों नुकसान में बंद हुए, जिसका मुख्य कारण वैश्विक बाजारों में कमजोरी और विदेशी निवेशकों की बिकवाली रही। हालांकि, कुछ सेक्टरों में मजबूती देखने को मिली, लेकिन बा
जार अब भी दबाव में है। निवेशकों को फिलहाल सतर्क रहने की जरूरत है और सोच-समझकर निवेश करने की सलाह दी जा रही है।
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