इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पी.डी.ए (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक समुदाय) को भाजपा के “संविधान विरोधी” और “सांप्रदायिक” एजेंडे से अवगत कराना था। पार्टी का मानना है कि भाजपा की नीतियां संविधान को कमजोर कर रही हैं और सामाजिक न्याय के खिलाफ काम कर रही हैं।
भाजपा के “संविधान विरोधी एजेंडे” का पर्दाफाश करेगी सपा – मिठाई लाल भारती
कार्यक्रम में मिठाई लाल भारती ने कहा कि समाजवादी पार्टी 2027 के चुनाव को लेकर पूरी तरह गंभीर है। उन्होंने बताया कि बूथ और सेक्टर स्तर पर पी.डी.ए चर्चा कार्यक्रम चलाया जा रहा है, ताकि समाज के हर वर्ग को जागरूक किया जा सके।
उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि “अब दलित समाज भाजपा के असली चेहरे को पहचान चुका है। बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर का अपमान अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भाजपा सरकार ने समाज को धर्म और जाति के नाम पर बांटने की कोशिश की है, लेकिन अब लोग जागरूक हो गए हैं और 2027 में भाजपा को सत्ता से बेदखल करेंगे।”
अखिलेश यादव को बताया “संविधान का रक्षक”
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ही एकमात्र ऐसी पार्टी है, जो बाबा साहब अंबेडकर और डॉ. राम मनोहर लोहिया के विचारों को सहेजकर आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि “अगर कोई व्यक्ति आज संविधान और सामाजिक न्याय के लिए लड़ रहा है, तो वह केवल अखिलेश यादव हैं।”
उन्होंने समाजवादी पार्टी के नारे “जिसकी जितनी संख्या भारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी” को दोहराते हुए कहा कि बहुजन समाज अब पूरी तरह जागरूक हो गया है और वह संविधान तथा लोकतंत्र की रक्षा के लिए समाजवादी पार्टी के साथ मजबूती से खड़ा है।
संविधान बचाने के लिए 2027 का चुनाव बड़ी चुनौती – शमीम खां सुल्तानी
महानगर अध्यक्ष शमीम खां सुल्तानी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि “भारत का संविधान खतरे में है और इसे बचाने के लिए समाजवादी पार्टी प्रदेशभर में अभियान चला रही है।” उन्होंने कहा कि “2027 का चुनाव केवल चुनाव नहीं, बल्कि संविधान बचाने की चुनौती है।”
उन्होंने भाजपा की नीतियों पर हमला बोलते हुए कहा कि “सरकार मुफ्त अनाज देकर समाज को पंगु और गुलाम बनाना चाहती है। लेकिन बहुजन समाज को 5 किलो अनाज नहीं, बल्कि रोजगार चाहिए, जिससे उनका जीवन स्तर ऊंचा उठे।”
“भाजपा लोकतंत्र में विश्वास नहीं रखती” – वीर पाल सिंह यादव
कार्यक्रम में मौजूद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व राज्यसभा सांसद वीर पाल सिंह यादव ने भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि “भाजपा लोकतंत्र में विश्वास नहीं रखती, इसलिए बाबा साहब के संविधान को खत्म करना चाहती है। लेकिन समाजवादी पार्टी इसे कभी सफल नहीं होने देगी।”
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार केवल कुछ खास वर्गों को लाभ पहुंचा रही है, जबकि बहुजन समाज को उनके अधिकारों से वंचित किया जा रहा है। उन्होंने सभी पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक समाज के लोगों से आह्वान किया कि वे “2027 के चुनाव में भाजपा को हराकर संविधान की रक्षा करें।”
अखिलेश यादव के नेतृत्व में 2027 की लड़ाई लड़ेगा पी.डी.ए – डॉ. अनीस बेग
कार्यक्रम के संयोजक डॉ. अनीस बेग ने कहा कि समाजवादी पार्टी सभी वर्गों को बेहतर शिक्षा, सस्ती चिकित्सा, रोजगार और महंगाई से राहत दिलाने के मिशन पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि “उत्तर प्रदेश के चौतरफा विकास के लिए अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी को मजबूत करना जरूरी है।”
उन्होंने बताया कि समाजवादी पार्टी का उद्देश्य सभी को समान अवसर देना है, ताकि कोई भी व्यक्ति सामाजिक और आर्थिक रूप से पीछे न रहे।
कार्यक्रम में शामिल प्रमुख नेता और पदाधिकारी
इस अवसर पर कई प्रमुख समाजवादी नेता और पदाधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से शामिल थे:
प्रमुख अतिथि:
- मिठाई लाल भारती – राष्ट्रीय अध्यक्ष, समाजवादी बाबासाहेब आंबेडकर वाहिनी
कार्यक्रम के आयोजक:
- डॉ. अनीस बेग – जिलाध्यक्ष, समाजवादी चिकित्सा प्रकोष्ठ
विशिष्ट अतिथि:
- शमीम खां सुल्तानी – महानगर अध्यक्ष, समाजवादी पार्टी
- शिवचरन कश्यप – जिलाध्यक्ष, समाजवादी पार्टी
- वीर पाल सिंह यादव – राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व राज्यसभा सांसद
अन्य उपस्थित पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता:
- शांति सिंह
- जैनब फातिमा
- नवीन कश्यप
- राजेंद्र मौर्य
- सचिन आनंद
- अमित बिहार
- मनोज चौधरी
- हरिओम प्रजापति
- मोहम्मद आरिफ कुरैशी
- सुनील सागर
- ऋषि यादव
- नरेश वाल्मीकि
- नीरज गुप्ता
निष्कर्ष
इस कार्यक्रम के माध्यम से समाजवादी पार्टी ने स्पष्ट कर दिया कि 2027 का चुनाव केवल सत्ता प्राप्ति का नहीं, बल्कि संविधान और सामाजिक न्याय की रक्षा का चुनाव होगा। पार्टी ने सभी पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक समुदायों से अपील की कि वे भाजपा के “संविधान विरोधी” एजेंडे को समझें और अखिलेश यादव के नेतृत्व में एकजुट होकर लड़ाई लड़ें।
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