गाजियाबाद। पुलिस ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है, जिसने फर्जी आईपीएस अधिकारी बनकर डीसीपी ऑफिस में धमकी दी थी। आरोपी ने खुद को मणिपुर कैडर के 1979 बैच का रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी बताते हुए अपने साथी के खिलाफ दर्ज केस रद्द करने की मांग की थी।
क्या है मामला?
आरोपी ने डीसीपी ऑफिस में कॉल कर डीसीपी के पीआरओ से कहा कि उसके दोस्त के खिलाफ दर्ज केस को तुरंत बंद किया जाए। कॉल के दौरान उसने खुद को बड़े पद पर बैठा रिटायर्ड अधिकारी बताते हुए अपनी धौंस जमाने की कोशिश की। लेकिन पुलिस ने आरोपी के दावों की जांच की तो उसकी सच्चाई सामने आ गई।
पुलिस ने कैसे पकड़ा?
जांच के दौरान पाया गया कि आरोपी न तो किसी पुलिस सेवा में था और न ही उसने कभी आईपीएस की परीक्षा पास की थी। फर्जी कॉल और झूठे दावों के चलते पुलिस ने उसे हिरासत में लिया और कड़ी पूछताछ के बाद जेल भेज दिया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी ने डीसीपी ऑफिस को प्रभावित करने के लिए यह हरकत की थी। इस मामले में आगे की कार्रवाई जारी है, और आरोपी की पृष्ठभूमि की भी जांच की जा रही है। पुलिस ने जनता से अपील की है कि किसी भी व्यक्ति के फर्जी दावों पर भरोसा न करें और इस तरह की घटनाओं की तुरंत सूचना पुलिस को दें। यह घटना बताती है कि अपराधी किस तरह कानून को प्रभावित करने की कोशिश करते हैं, लेकिन गाजियाबाद पुलिस की सतर्कता के चलते आरोपी जेल की सलाखों के पीछे पहुंच गया।
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