मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश में गेहूं की खेती में श्रीराम फार्म सॉल्यूशन्स द्वारा विकसित ‘श्रीराम सुपर 5-रफ-05’ और ‘श्रीराम सुपर 3-रफ-72’ गेहूं बीजों ने उल्लेखनीय परिवर्तन लाया है। इन उन्नत किस्मों ने किसानों के बीच उच्च उपज, रोग प्रतिरोधकता और विभिन्न जलवायु परिस्थितियों में अनुकूलता के लिए ख्याति प्राप्त की है।
श्रीराम फार्म सॉल्यूशन्स के विश्व विख्यात वैज्ञानिकों द्वारा तैयार की गई गेहूं की किस्में, श्रीराम सुपर 5-रफ-05 और ‘श्रीराम सुपर 3-रफ-72’, इनकी अनुकूलन क्षमता और बेहतरीन उत्पादकता के चलते किसानों में बहुत लोकप्रिय हैं। सबसे खास बात यह है कि बदलती प्रकृक्ति से उभर रही नई-नई चुनौतियों में भी इन किस्मों के परिणाम श्रेष्ठ हैं। अधिक तापमान और बीमारियों के प्रति सहनशीलता, कल्लों की संख्या अधिक, बड़े-सुनहरे दाने, उपयुक्त फसल की ऊंचाई और गिरने की समस्या कम होने के कारण ये बिहार, उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा में गेहूं के किसानों की पहली पसंद बन रहे हैं।
जनपद निवासी छोटू यादव से एक किसान का कहना है कि श्रीराम सुपर 5-रफ-05 में कई विशेषताएं देखने को मिली, जैसे अधिक कल्लो की संख्या 13-14 कल्ले प्रति पौधा, वजनदार लंबी बालियां, 70-75 दाने प्रति वाली और अधिक उपज क्षमता। पौधे की उपयुक्त ऊंचाई 90 से.मी. होने की वजह से इसमें गिरने की शिकायत नहीं आती। इस साल मार्च महीने में अचानक अधिक तापमान होने के बावजूद श्रीराम सुपर 5-रफ-05 की अधिक उत्पादकता और बेहतर गुणवत्ता वाली फसल को देखकर वे बेहद प्रसन्न हैं और इस वर्ष भी श्रीराम सुपर 5-रफ-05 गेहूं बीज की ही बुवाई करेंगे। यूपी के अन्य किसान श्रीराम सुपर 3-रफ-72 गेहूं बीज बोने से भी इसी तरह की सफलता पा रहे हैं।
हाथरस के कोमल सिंह ने पिछले साल अपने खेत में श्रीराम सुपर 3-२१-72 गेहूँ बीज की बुवाई की थी। उनका कहना है कि इसमें कल्लो की संख्या अधिक है, और एक बाली में 75-80 दाने निकलते है। श्रीराम सुपर 3-रफ-72 गेहूँ से उन्हें 23 किंटल प्रति एकड़ उपज प्राप्त हुई। उपज की उच्च गुणवत्ता के कारण इसका बाजार भाव भी उन्हें ज़्यादा मिला और श्रीराम सुपर 3-रफ-72 से उन्हें 5000-6000 प्रति एकड़ का अतरिक्त मुनाफा प्राप्त हुआ। अगले साल कोमल सिंह अपनी पूरी ज़मीन पर श्रीराम सुपर 3-२१-72 बीज ही लगाएंगे।
श्रीराम सुपर 5-रफ-05 और 3-२१-72 बीज के साथ-साथ श्रीराम फार्म सोल्यूशन्स की अन्य किस्में जैसे श्रीराम सुपर 303, 252 आदि भी पिछले कुछ सालों से अपनी शानदार परफॉरमेंस के चलते यूपी के किसानो में बेहद लोकप्रिय हो गयी हैं।
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