जौनपुर। उत्तर प्रदेश के जौनपुर में पुलिस कस्टडी में मौत के मामले में बड़ा अपडेट आया है। पुलिस ने मटरू बिन्द की मौत के मामले में जांच के लिए गठित टीम ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट के अनुसार, मटरू बिन्द की मौत आत्महत्या नहीं बल्कि पुलिस कस्टडी में लापरवाही के कारण हुई है। जांच टीम ने पुलिस अधिकारियों की लापरवाही को मौत का कारण बताया है। इस मामले में पुलिस ने तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मामले की जांच के लिए उच्च स्तरीय टीम गठित की जाएगी।
दरअसल ,पुलिस कस्टडी में टप्पेबाजी के आरोपी मटरू बिन्द की मौत हो गई। 55 वर्षीय मटरू की लाश थाने के शौचालय में लटकी हुई पाई गई। मामला सरपतहां थाना क्षेत्र के गजरिया गांव का है, जहां जमील नामक व्यक्ति के साथ मटरू और उसके साथी ने टप्पेबाजी की थी। जमील कैफियत एक्सप्रेस ट्रेन से घर आ रहा था, जब मटरू और उसके साथी ने उसे बाइक पर बैठाया और फिर उसका बैग लेकर फरार हो गए, जिसमें 35 हजार रुपये नकद थे।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए एक टीम गठित की गई है। उन्होंने कहा कि जांच के बाद ही मौत के कारणों का पता चल पाएगा। स्थानीय लोगों ने जाम लगाया और पुलिस से जवाब मांगा।
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