लिपिक पर सरकारी गबन का आरोप लगाकर प्रताड़ित करने का आरोप

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बीसलपुर। सहकारी गन्ना विकास समिति में पिछले 27 सालों से तैनात लिपिक पर सरकारी गबन का आरोप लगाकर प्रताड़ित करने का मामला सामने आया है पीड़ित लिपिक ने मुख्यमंत्री को प्रार्थना पत्र देकर अपनी गुहार लगाते हुए परिवार सहित आत्महत्या करने की चेतावनी दी है। 5 दिन तक लिपिक कमरे में पुलिस की अभिरक्षा में बंद रहा। जिला गन्ना अधिकारी के आने पर पांचवें दिन कमरे से बाहर निकला।
मुख्यमंत्री को भेजे गए प्रार्थना पत्र में अजीत सिंह पुत्र स्व सरनाम सिंह निवासी मो ग्यासपुर निकट बीसलपुर बस स्टैंड ने बताया है कि प्रार्थी के पिता स्व सरनाम सिंह सामायिक लिपिक पर सरकारी गबन का आरोप लगाकर इतना प्रताड़ित किया गया कि उन्होंने अपनी पैतृक जमीन बेचकर गबन का पैसा जमा किया गया जिससे उनकी तबीयत बिगड़ गई और उनकी मृत्यु हो गई विवेचक द्वारा जांच में उनका नाम हटा दिया गया तथा अन्य दो आरोपी सुरेन्द्र नाथ मिश्रा गन्ना पर्यवेक्षक, पुरुषोत्तम दास गन्ना ग्राम सेवक को आरोपी बनाया गया जिसका मुकदमा विचाराधीन है शासनादेशों के अनुसार प्रार्थी की नियुक्ति हुई जिस पर षड्यंत्र द्वारा गबन दिखाया गया और कटौती के आदेश जारी किए गए फिर पीड़ित का कई जगह स्थानांतरण किया गया।
मुख्यमंत्री को भेजे गए प्रार्थना पत्र में 27 सालों में हुए घोटाले की जांच कराए जाने की मांग की गई है। पांच दिन से पुलिस की अभिरक्षा में लिपिक मकान में बंद रहा जिला गन्ना अधिकारी डा0 खुशीराम भारगो, कोतवाल अशोक पाल, मकान पर पहुंचे। काफी कहने पर उसने मकान खोला। जिला गन्ना अधिकारी ने समस्या का समाधान किये जाने का अश्वासन दिया है। तब जाकर पीड़ित ने आत्महत्या न किये जाने को कहा है।
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