इस्तीफा देंगे अरविन्द केजरीवाल, जनता क़ी अदालत में होगा ईमानदारी का फैसला

212 Views

दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को शराब घोटाला मामले में कोर्ट ने ज़मानत दे दी है। 177 दिन बाद जेल क़ी सलाखों से बाहर आने के बाद आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी के दफ्तर में एक बैठक का आयोजन किया जिसमें केजरीवाल ने अपने पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया है।

उन्होंने कहा कि 2 दिन में पार्टी विधायक दल की मीटिंग होगी । मीटिंग में नया मुख्यमंत्री चुना जाएगा। सबसे बड़ी बात है कि अब दिल्ली विधानसभा का 5 माह का कार्यकाल ही बचा है। ऐसे में यह 5 माह आम आदमी पार्टी के लिए बहुत मुफीद साबित हो सकते है।

बैठक में आखिर क्या कहा केजरीवाल है 

” बीजेपी ने मुझ पर बेईमानी के इल्ज़ाम लगाए है, अब जनता क़ी अदालत में मेरी ईमानदारी का फैसला होगा। ” देखा जाए तो दिल्ली सरकार क़ी कमान अरविन्द केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल, सौरभ या अतिशी को मिल सकती है।

दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, “पिछले दो सालों से भाजपा अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी के सभी बड़े नेताओं पर आरोप लगा रही है कि वे बेईमान हैं, भ्रष्ट हैं… दो साल बाद भी ईडी और सीबीआई अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मुकदमा चलाने की हिम्मत नहीं जुटा पाई… सुप्रीम कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को जमानत दे दी है लेकिन वे जनता के बीच जाकर अग्निपरीक्षा देना चाहते हैं और अग्निपरीक्षा देने के बाद ही मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठेंगे…वे (अरविंद केजरीवाल) एकमात्र ऐसे मुख्यमंत्री हैं जो अपने पद से इस्तीफा देने के बाद कह रहे हैं कि अगर मैं ईमानदार हूं तो ही मुझे वोट देना, अन्यथा मुझे वोट मत देना।”

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के 2 दिन बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने पर दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, “दो दिन का समय क्यों चाहिए अरविंद केजरीवाल को? वे 2 दिनों में क्या करना चाहते हैं? दिल्ली की जनता तो आम आदमी पार्टी की सरकार से निजात पाना चाहती है। उनके(अरविंद केजरीवाल) इस्तीफे से काम नहीं चलेगा। दिल्ली की जनता आम आदमी पार्टी के भ्रष्ट प्रशासन से निजात पाना चाहती है।

Share News